• एनआईआरएफः जीएलए का फार्मेसी विभाग तीसरी बार उच्च पायदान पर

दैनिक उजाला संवाद, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल रिसर्च ने एनआईआरएफ रैकिंग में देश भर के फार्मेसी संस्थानों में 53वीं रैंक हासिल की है। पिछले तीन वर्षों से फार्मेसी विभाग उच्च पायदान की श्रेणी में दर्ज है।

संस्थान के निदेशक प्रो. अरोकिया बाबू ने बताया कि पूरे देश में हजारों फार्मेसी संस्थान हैं, उनमें से सरकारी, अर्द्ध सरकारी, प्राइवेट कॉलेजों सहित सैकड़ों संस्थानों ने एनआईआरएफ रैंकिंग के लिए आवेदन किया। उन्होंने बताया कि विगत 3 वर्षों से जीएलए विश्वविद्यालय का इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल रिसर्च उत्तर प्रदेश राज्य को गौरवान्वित कर रहा है और हमेशां उच्च पायदान पर वर्चस्व बनाए हुए है। इससे पहले वर्ष 2022 में 69, 2023 में 54 तथा 2024 में 53वीं रैंक हासिल की है।

आईक्यूएसी निदेशक डा. विशाल गोयल ने बताया कि सतत मार्गदर्शन से ही टीम वर्क के द्वारा विश्वविद्यालय ने यह उपलब्धि हासिल की है। फार्मेसी के अलावा जीएलए विश्वविद्यालय ने मैनेजमेंट केटेगरी में देश के करीब 7500 मैनेजमेंट इंस्टीटूशन्स में जीएलए इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट देश के सर्वश्रेष्ठ 125 संस्थानों में शुमार है। जिसने मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में 101-125 रैकिंग बैंड में जगह बनाई है। साथ ही देश के एक हजार 114 विश्वविद्यालयों में जीएलए विश्वविद्यालय 150 संस्थानों में बेहतर है। जिसने 100-150 रैंक बैंड हासिल की है। यह रैंक टीचिंग लर्निंग रिसोर्स, रिसर्च एवं प्रोफेशनल प्रैक्टिस, आउट कम रिसोर्स, आउट रीच एवं इनक्ल्यूविटी एवं प्रीयर परसेक्शन के तहत हासिल हुई है।

बड़ी उपलब्धि पर प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने कहा कि आगामी वर्षों में जीएलए विश्वविद्यालय और बेहतर प्रदर्शन के आधार पर और उच्च श्रेणी की रैंक हासिल करेगा। यह उपलब्धि भी विश्वविद्यालय परिवार के लिए गर्व की बात है।

डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों और शिक्षकों के बेहतर शोध कार्यों ने इस रैंकिंग तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। विभागाध्यक्ष प्रो. मीनाक्षी वाजपेयी ने सभी के कठिन परिश्रम को सराहा और आगामी वर्षों में बेहतर करने के लिए प्रेरित किया।

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