- दाऊजी की नगरी में भगवान बलदेव जी के दर्शन को उमड़ा आस्था का शैलाब
दैनिक उजाला, बलदेव : भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव उनके बड़े भ्राता बलराम जी के मंदिर प्रांगण बलदेव में बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पाण्डेय समाज के लोगों ने दधिकांधा खेलकर भगवान की छीछी का प्रसाद पाकर बड़ा ही लुत्फ उठाया। समूचा बलदेव नगर देवकी के लाल जायो, जच्चा भये… के स्वरों से गूंज उठा।
श्री दाउजी महाराज का मंदिर सोमवार की रात्रि 12 बजे खुल गया था। इससे पूर्व ही मध्यप्रदेश, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से आये श्रद्धालुओं ने दाउजी महाराज के दर्शन पाने के लिए मंदिर के तीनों द्वारों को घेर लिया, जैसे ही श्री दाऊजी महाराज के पट खुले तो समूचा मंदिर प्रांगण भगवान श्री दाउजी महाराज के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। बलदेव नगरवासियों ने श्री दाउजी महाराज और माता रेवती का गुंजिया और मठरी का भोग लगाया। गुंजिया और मठरी का भोग लगाने के लिए पण्डा समाज के लोगों में होड़ सी मची रही। यह कतार मंदिर खुलने के मंगलवार शाम तक देखी गयी।
भगवान श्री दाऊजी व माता रेवती की आरती के बाद मंदिर के पट बंद हो गये। इसके बाद सुबह 7 बजे प्रतिदिन की भांति पटों को खोला गया। सुबह 12 बजे दधिकांधा का आयोजन हुआ। इससे पूर्व भगवान दाऊजी महाराज ने दही और हल्दी से दधिकांधा खेली। इसके बाद समाज के लोगों ने दधिकांधा में भाग लिया। इस अवसर पर श्रद्धालु और मंदिर की ओर से नारियल लुटाये गए, जिसमें समाज के लोगों ने बलपूर्वक नारियलों को लूटा।
रात्रि 12 से सुबह 4 बजे तक पद गायन
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्री दाऊजी महाराज के मंदिर में सोमवार की रात्रि 12 बजे से पद गायन और बधाईयों का दौर शुरू हुआ। पद गायन के माध्यम से पाण्डेय समाज के लोगों ने श्रीकृष्ण के जन्म की बधाई दी। यह बधाई का दौर मंगलवार शाम तक चला। बधाईयों में समाज के लोगों ने गाया देवकी के लाल जायो, जच्चा भये…, नंद घर आज भयो आनंद, देवकी लाल भये और मात यशोदा घर लाये, ज्यों पूनों ने चन्द गोपी गोप गाय… आदि बधाईयों के माध्यम से समूचा मंदिर गुंजायमान हो उठा।