अंबाला : हरियाणा में किसान फिर सड़कों पर है। गन्ने की कीमत बढ़ाए जाने की मांग पर किसान सरकार से आर-पार की लड़ाई के मुड में दिख रहे हैं। किसानों ने शुगर मिलों को गन्ना देना बंद कर दिया है। राज्य की कई शुगर मिलों को किसानों ने बंद कर दिया है।
भारतीय किसान यूनियन का दावा है कि गन्ने की कीमत बढ़ाने जाने के मांग पर किसानों ने राज्य के सभी चीनी मिलों को लॉक कर दिया है। किसान नेता गुरनाम सिंह चांदनी ने कहा कि हमारी मांग है कि गन्ने की कीमत में 450 रुपए प्रति क्विंटल बढाई जाए। लेकिन सरकार कीमत बढ़ाने को लेकर तैयार नहीं है। ऐसे में राज्य के किसानों ने मिलों को गन्ना देना बंद कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि अगर सरकार 22 जनवरी तक चीनी की कीमतों में वृद्धि नहीं करती है, तो हम अगले दिन कुरुक्षेत्र में एक राज्य स्तरीय बैठक करेंगे, जिसमें आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
450 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग
गन्ने की मुल्यवृद्धि की मांग कर रहे किसानों का कहना है कि पंजाब की तुलना में हरियाणा में गन्ना के दाम काफी कम हैं। ऐसे में किसानों की लागत भी नहीं निकल रही है। वे हरियाणा में 450 रुपए प्रति क्विंटल गन्ने का रेट करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में हरियाणा की तुलना में 20 रुपए अधिक दाम है।