• जीएलए के विद्यार्थियों को दिग्गज कंपनियों में मिल रहे इंटरर्नशिप के अवसर

दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में नवीन शैक्षणिक सत्र आरंभ होते ही प्रबंधन संकाय, एमबीए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को आज की प्रतिस्पर्धी कॉरपोरेट दुनियां में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने के उद्देश्य से साप्ताहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उद्योग व् शिक्षा जगत के प्रतिष्ठित संस्थानों के अनुभवी पेशेवरों ने अपने ज्ञान और अनुभव को विद्यार्थियों के साथ साझा कर उनका मार्गदर्शन किया।

कार्यक्रम के दौरान इंडियन आयल कॉर्पारेशन लिमिटेड के अजय कुमार तिवारी और के गोपीनाथ ने उद्योग जगत के वर्तमान परिदृश्य पर अपने विचार साझा करते हुए प्रमुख चुनौतियों और उभरते अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने बतायाकि कॉर्पोरेट वित्त में सफल कैरियर बनाने के लिए न केवल तकनीकी कौशल हासिल करना महत्वपूर्ण है, बल्कि मजबूत नेतृत्व और प्रबंधन क्षमताएं विकसित करना भी आवश्यक है। रणनीतिक सोच, परियोजना प्रबंधन, टीम प्रबंधन, संगठनात्मक कौशल और अनुकूलनशीलता इस गतिशील क्षेत्र में आवश्यक कौशल हैं।
एवरी डेनिसन कंपनी के साउथ एशिया के मानव संसाधन निदेशक अमिताभ सागर व उनकी सहयोगी सुमन समोटा एवं भावना लुनियाल ने विद्यार्थियों के साथ अपने पेशेवर अनुभव साझा किए और करियर विकास, कौशल अधिग्रहण तथा अनुकूलता पर व्यावहारिक सलाह दी। एसएलएमजी की महाप्रबन्धक अमनदीप औलख (क्वालिटी, सेफ्टी एंड एनवायरनमेंट) ने गुणवत्ता, सुरक्षा और पर्यावरण प्रबंधन में उच्च मानकों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। अपने व्यापक अनुभव के आधार पर उन्होंने कहा कि ये केवल नियामक आवश्यकताएं ही नहीं है, बल्कि व्यवसाय की सफलता और स्थिरता के लिए भी आवश्यक तत्व हैं।

इनके अतिरिक्त विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. अनुप कुमार गुप्ता ने विद्यार्थियों से रूबरू हुए और उन्हें भगवद गीता के अनंत कालिक ज्ञान से प्रेरणा लेते हुए जीवन और कॅरियर की जटिलताओं को कैसे संभालना है, इस पर व्यावहारिक सलाह दी। विद्यार्थी अपने जीवन के व्यक्तिगत और पेशेवर दबावों को कैसे संभालें इस पर भी उन्होंने चर्चा की। कार्यक्रम की शुरुआत में विश्वविद्यालय के प्रबंधन संकाय निदेशक प्रो. अनुराग सिंह द्वारा प्लेसमेंट-उन्मुख शैक्षणिक दृष्टिकोण के महत्व को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को सलाह दी गयी कि वे अपने इंटर्नशिप के अनुभवों को अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों में शामिल करें तथा अपने शैक्षणिक प्रयासों को कॉर्पारेट जगत की मांगों के अनुरूप संरेखित करें।

प्रो. अनुराग सिंह ने कहा कि 60 फीसदी से अधिक इंटर्नशिप ऐसी हैं, जिनमें विद्यार्थियों को 25 हजार रुपये तक का स्टाइपेंड ऑफर किया गया। इसके अतिरिक्त कई विद्यार्थियों को उनकी इंटर्नशिप के दौरान ही प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) प्राप्त हो चुके हैं, जो जीएलए विश्वविद्यालय में प्रदान की जा रही शिक्षा की गुणवत्ता का प्रमाण है। संकाय में 2024-2025 के प्लेसमेंट सत्र की शुरुआत हो चुकी है और कई प्रतिष्ठित कंपनियां कैंपस प्लेसमेंट के लिए आ रही हैं।

संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. उत्कल खंडेलवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कि हाल ही में ये विद्यार्थी बैंगलोर, हैदराबाद, मुंबई, पुणे, दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, कानपुर समेत देश के विभिन्न हिस्सों में एलजी, सोनालिका ट्रैक्टर्स, मणिपाल हॉस्पिटल, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड, स्पार्क मिंडा, जिंदल स्टील, आईटीसी ग्रुप ऑफ होटल्स, मिरा लाइट्स, हिंडाल्को, यात्रा डॉट कॉम, रिलायंस, पारले एग्रो, ग्रुप लॉजिस्टिक्स, एचडीएफसी, बजाज, बर्जर पेंट्स, ओम लॉजिस्टिक्स और सेफएक्सप्रेस आदि जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ अपनी 60-75 दिनों की इंटर्नशिप से लौटे हैं। इस दौरान उन्होंने कॉर्पारेट जगत की कार्यप्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव लिया है। जिससे कि वे सैद्धांतिक ज्ञान को उद्योग जगत की आवश्यकतानुसार लागू कर सकें।

संकाय के एसोसिएट हेड डॉ. कृष्णवीर सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम द्वारा न केवल अकादमिक उत्कृष्टता के महत्व को रेखांकित किया गया है, बल्कि विद्यार्थियों में एक व्यावहारिक तथा उद्योग-संरेखित दृष्टिकोण भी विकसित करने का सार्थक प्रयास किया गया है।

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