नई दिल्ली : उत्तराखंड के चमोली में शुक्रवार सुबह 8 बजे एवलांच की वजह से 57 मजदूर बर्फ में दब गए। घटना चमोली के माणा गांव में हुई। बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) की टीम चमोली-बद्रीनाथ हाईवे पर बर्फ हटाने का काम कर रही थी। उसी दौरान बर्फ का पहाड़ टूटा और मजदूर दब गए।
अब तक 16 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। 41 को निकालने का काम जारी है। NDRF, SDRF, ITBP और BRO की टीमें मौके पर हैं। मौसम विभाग ने 28 फरवरी की देर रात तक उत्तराखंड में भारी बारिश (20 CM तक) का अलर्ट जारी किया है।
चमोली के DM संदीप तिवारी ने बताया कि घटनास्थल पर लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है, इसलिए हम हेलिकॉप्टर नहीं भेज पा रहे हैं। आवाजाही मुश्किल है। सैटेलाइट फोन उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए हम उनसे बातचीत भी नहीं कर पा रहे हैं। किसी के हताहत होने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।
SDRF की IG रिधिमा अग्रवाल ने BRO कमांडेंट के हवाले से बताया कि घटना बद्रीनाथ धाम के पास की है। SDRF की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है। लामबगड़ में सड़क ब्लॉक है। सेना उसे खोलने में लगी हुई है। दूसरी टीम को सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है। SDRF की ड्रोन टीम भी अलर्ट पर है। घायलों सेना अस्पताल माणा में भर्ती किया गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें…


कारगिल में भी एवलांच

कारगिल में भी शुक्रवार को एवलांच की घटना हुई।
कुल्लू में बारिश की वजह से घरों में पानी घुसा, मलबे में दबी कारें
हिमाचल प्रदेश में 3 दिन से बर्फबारी-बारिश हो रही है। लाहौल स्पीति, चंबा के पांगी-भरमौर और किन्नौर जिले में बर्फबारी के बाद सड़कें बंद कर दी गई हैं। सभी स्कूलों में 28 फरवरी को छुट्टी घोषित कर दी गई है। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भारी बारिश के चलते लोगों के घरों में पानी घुस गया। बाढ़ से कई गाड़ियां मलबे में दब गईं।

कुल्लू के गांधीनगर सेशन हाउस रोड में भारी बारिश के बाद मलबे में दबी कार-ऑटो।

हिमाचल के बनाला में चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर लैंडस्लाइड के बाद पलटी बस।
जम्मू-कश्मीर में तीन दिन से लगातार बारिश
जम्मू-कश्मीर में भी तीन दिनों से बारिश और बर्फबारी हो रही है। उधमपुर जिले के मौंगरी के पास शुक्रवार तड़के पहाड़ी से पत्थर गिरने से मां-बेटे की मौत हो गई। कठुआ जिले के राजबाग इलाके में उझ नदी से 11 और निकी तवी इलाके से 1 शख्स को बचाया।
बर्फबारी और लैंडस्लाइड की वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे सहित कई सड़कें बंद हो गई हैं। गुलमर्ग, सोनमर्ग और पहलगाम जैसे पर्यटक स्थलों सहित घाटी के ऊंचे इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी हुई। खराब मौसम के कारण ट्रेन और फ्लाइट भी प्रभावित हुई हैं। उत्तराखंड के गंगोत्री में 4 फीट तक बर्फबारी हुई है।

जम्मू-कश्मीर के डोडा में गंडोह भलेसा पर्वत पर भारी बर्फबारी हुई।

जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में आज ताजा बर्फबारी होने के बाद श्रीनगर एयरपोर्ट के रनवे से बर्फ हटाई गई।
मार्च में भीषण गर्मी की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मार्च में भीषण गर्मी पड़ सकती है। इस दौरान तापमान 38 से 40 डिग्री तक रहने का अनुमान है। मार्च के दूसरे हफ्ते से दिन और रात का तापमान असामान्य रूप से बढ़ेगा। मौसम विभाग के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।
सूत्रों के मुताबिक मार्च में भारी गर्मी की वजह से गेहूं के पैदावार पर असर पड़ेगा। 2022 में भी मार्च महीने में भारी गर्मी की वजह से गेहूं की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा था। सरकार को गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था।